The Basic Principles Of sidh kunjika
The Basic Principles Of sidh kunjika
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दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
इदंतु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे। अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति।।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
नमस्ते शुंभहंत्र्यै च निशुंभासुरघातिनि ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
यस्तु कुंजिकया देविहीनां सप्तशतीं पठेत्।
Salutations to your a single who's offended, salutations to your killer of Madhu, Salutations to 1 who was victorious above Kaitabha, salutations towards the killer of Mahisha
कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।
चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा बॉलीवुड
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी here सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.